International Tea Day : लाल, हरी, नीली, पीली, गुलाबी चाय - सब क्यों हैं खास
हमारे देश में चाय के दीवानों की कोई कमी नहीं है, कड़क चाय, अदरक वाली और भी बहुत तरह के चाय बनाये जाते है
चाय इतने रंगों में बनती है कि आप हैरान हो जाएंगे और सबकी अपनी अलग ही खासियत भी है
1. ब्लैक टी: वह चाय है जो हमारे यहां पी जाती है अगर उसमें बिना दूध डाले पिया जाए तो वो ब्लैक टी कहलाती है. येे चाय भारत, चीन, तिब्बत, मंगोलिया जैसे देशों में पैदा होती है. ये चाय की पत्तियों को सुखाकर तैयार की जाती है.
2. ग्रीन टी: सेहत के लिए ग्रीन टी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. भारत और चीन में इसका उत्पादन अत्यधिक होता है. ग्रीन टी में डायबिटीज, कैंसर, और मानसिक बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है.
3. ब्लू टी: इसे देखकर आपके लिए यह मान पाना मुश्किल होगा कि नीले रंग का यह पेय पदार्थ एक किस्म की चाय है.अपराजिता नाम के नीले फूल से बनी यह कैफीन रहित हर्बल चाय होती है.
4. रेड टी: दक्षिण अफ्रीका में उगने वाले 'एस्पैलाथस' नाम के एक पेड़ से मिलती है रेड टी. इसे रूबोस टी भी कहा जाता है.
5. ग्रीन टी के बाद सबसे ज्यादा पी जाने वाली चाय है यलो टी. ये चाय चीन से पूरी दुनिया में फैली. इसका रंग लाने के लिए इसकी पत्तियों को ख़ास तरीके से तैयार किया जाता है