
गुलर के फायदे
गुलर के फायदे Benifits of Gular in Hindi

आज के इस आर्टिकल हम बात करने जा रहे है, “गुलर” की । तो चलिए जानतें है विस्तार से, दरअसल गुलर का वृक्ष कोई आम वृक्ष नही है इसे देव वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है की जिसने गुलर का फूल देख लिया उस का नसीब चमक जाता है। गुलर के फूल से जुड़ी कई कहानियां आपने अपने बुजुर्गो ( दादा,दादी,नाना, नानी) से सुना होगा । लेकिन इसका सच क्या है शायद आप इस से परे है।गुलर के वृक्ष और पत्तों एवं फलों का किस प्रकार से अनेकों जड़ी बूटियों में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
इसके क्या फायदे और क्या नुकसान है जानते है विस्तार से।
1- गुलर कैसा होता है-गुलर के फायदे Benifits of Gular in Hindi
गूलर का पेड़ मोटा और विशाल तथा घना होता है । इसकी ऊंचाई 10 फिट से लेकर 20 फिट तक हो सकती है। जब गुलर का फल निकलता है तो फल का रंग हरा होता है और जब पक जाता हैं तब लाल रंग में परिवर्तीत हो जाती है।जब पकता है तब इसके फल के अंदर अत्यधिक कीड़े निकलते है।
गुलर का फूल फल के अंदर ही होता है जिसे की फल को कटने के बाद साफ साफ देखा जा सकता है।
गुलर को कई और नामो से भी जाना जाता है। आयुर्वेदिक ग्रंथो में गुलर के पेड़ को हेमदुग्धक, जन्तुफल,सदाफल आदि नामो से भी जाना जाता है। गुलर के किसी भी भाग पर चीरा लगाने से सफेद दूध निकलता है कुछ समय के बाद दूध पिला हो जाता है । इसलिए हेमदुग्घक भी कहा जाता हैं। गुलर के फलों में अत्याधिक कीड़े निकलते है इसीलिए जन्तुफल भी कहते हैं। गुलर के पेड़ से पूरे साल फल निकलते है इसीलिए सदाफल भी कहते है।
गुलर को अन्य भाषाओं में किन किन नामो से जाना जाता है
गुलर (ficus Racemosa/ फाइकस रेशमोसा) फिकस कुल का एक विशाल वृक्ष है । इसे संस्कृत में उडुंबर , बांग्ला में डुमूर, मराठी में उदुमबर , गुजराती में ऊंब्रा, अरबी में जमीझ , फारसी में अंजीरे आदि और भी बहुत सारे नामो से भी जाना जाता है।
गुलर के फायदे और उपयोग ( Gular benifits and Uses In Hindi)
विभिन्न स्थानों पर अलग अलग रोगों में गुलर के छालों , पत्तों और दूधों तथा जड़ों का उपयोग किया जाता हैं।
गुलर के दूध से बवासीर का इलाज
गुलर के दूध को पानी में 10 से 20 बूंद मिलाकर पीने से बवासीर में काफी लाभ मिलता हैं।
गुलर के दूध को कॉटन में लगा कर भगंदर पर रखे और इसे निरंतर करने से भगंदर ठीक हो जाता है।
मुंह के अल्सर में गुलर का फ़ायदा
गुलर के छाले का काढ़ा बना उसमे थोड़ा कत्था और फिटकिरी मिला कर कुल्ला करने से आराम मिलता है ।
लूज मोशन में गुलर सेवन से लाभ
गुलर के जड़ और फल को पिस कर पीने से दर्द खत्म हो जाता हैं।
गुलर के दूध को 5 से 10 बूंद को पानी में डाल कर पीने से लूज मोशन में काफी आराम मिलता हैं।
गुलर के फायदे Benifits of Gular in Hindi
गुलर का पेड़ किसी किस राज्य में पाए जाते है।
- गुजरात
- तमिलनाडु
- कर्नाटक
- उत्तरप्रदेश
- बिहार
- झारखंड
गुलर किस किस रोग में फायदेमंद होता है।गुलर के फायदे Benifits of Gular in Hindi
- आखों में दर्द
- बवासीर
- सिर में दर्द
- सीने में दर्द
- सूजन
गुलर में पाए जाने वाले तत्व। गुलर के फायदे Benifits of Gular in Hindi
- कैल्सियम 7 %
- मैग्नीशियम 8 %
- पोटैशियम 10 %
- आयरन 16 %
- विटामिन B2 30 %
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गुलर में पाए जाने वाले तत्व। गुलर के फायदे Benifits of Gular in Hindi
कैल्सियम 7 %
मैग्नीशियम 8 %
पोटैशियम 10 %
आयरन 16 %
विटामिन B2 30 %गुलर किस किस रोग में फायदेमंद होता है।गुलर के फायदे Benifits of Gular in Hind
आखों में दर्द
बवासीर
सिर में दर्द
सीने में दर्द
सूजन